राधा माधव राधा लाल जी मंदिर का इतिहास:-
श्री धाम वृंदावन के अति प्राचीन मंदिरों में से एक ठाकुर श्री राधा माधव राधा लाल जी देव जी का मंदिर। जो टटिया स्थान मार्ग पर धुरिया कुंज नामक एक छोटे से कुंज में विराजमान ठाकुर श्री राधा माधव राधा लाल जी देव जो अपने साथ अपना एक अलग इतिहास लिए आ रहे हैं। यह मंदिर करीब 200 वर्ष पुराना है वृंदावन के रंगनाथ मंदिर से भी पुराना। कहा जाता है कि यह ठाकुर राधा माधव जी बांग्लादेश के जमीदार आनंद मोहन मैत्र को स्वपनादेश द्वारा वृंदावन आने की इच्छा जताई जिसके पश्चात श्री आनंद मोहन मैत्र द्वारा ठाकुर राधा माधव जी को वृंदावन के इस कुंज में प्रतिष्ठा की गई। इससे पूर्व धूरिया कुंज में धूरिया बाबा द्वारा शालिग्राम जी की पूजा होती थी। उसी प्रकार ठाकुर श्री राधा लाल जी देव जी का भी एक इतिहास है । ठाकुर जी राधा लाल जी वृंदावन के एक जमीदार जिनकी कोई संतान नहीं थी वे ठाकुर श्री राधा लाल जी देव जी की पूजा करते थे। और इसी कुंज में रहती थे। इनकी मृत्यु से पूर्व इन्होंने ठाकुरजी को इसी कुंज में राधा माधव के संग प्रतिष्ठा कर दी। उनके साथ राधा रानी जी के भी आप दर्शन करते हैं परन्तु राधा रानी जी का भी एक इतिहास है। इसी कुंज में एक भक्त महिला उड़ीसा वासी जो वृंदावन में आकर इस कुंज में राधा रानी जी की सेवा करती थी उनको राधा रानी जी का सपना आया कि वह इस कुंज में विराजमान लाल जी देव जी के संग रहना चाहती हैं। यह बात उस समय इस मंदिर के सेवायत से की गई। जिसके बाद सेवायत द्वारा राधा रानी जी को लाल जी के संग प्रतिष्ठा कर दी गई। यह प्राचीन मंदिर समय के साथ साथ बहुत कुछ देखा सहा इसी के साथ कालचक्र ने घटनाक्रम में ऐसा चक्कर चलाया जिसमें ठाकुर जी की जो भी संपत्ति बांग्लादेश में थी जो स्वतंत्रता से पूर्व पूर्वी पाकिस्तान कहा जाता था स्वतंत्रता के पश्चात इनकी सब संपत्तियां जब्त कर ली गई। जिससे इनकी सेवा प्रभावित हुई। वर्ष बीतता गया इनकी सेवा में बाधा आती गई। यहां पर जो भी थोड़ा बहुत जमीन था वह बाद विवाद व इनकी सेवा आदि में नष्ट व खत्म हो गये। वर्तमान समय में ठाकुर जी की सेवा चलाना बहुत कठिन है जहां पर धन का किसी प्रकार का सहयोग ना हो। वर्तमान में पूर्व सेवायत श्री कुंज बल्लभ गोस्वामी द्वारा यहां पर 40 वर्षों से सेवा कर रहे श्री रविंद्र चंद्र पण्डा को वर्ष 2012 में इस मंदिर का सेवायत नियुक्त कर दिया जिसके पश्चात इन्होंने वर्ष 2018 मे एक ट्रस्ट राधा माधव राधा लाल जी सेवा ट्रस्ट गठन किया। जिससे भक्तों के सहयोग से इस मंदिर की सेवा चल सके।